जीवन में सर्वांगीण उन्नति के लिए चार प्रकार के बल जरूरी हैं- शारीरिक बल, मानसिक बल, बौद्धिक बल, संगठन बल।
युवा ही किसी समाज व देश की नींव होते हैं. युवा शक्ति में इतनी ताकत है कि वे चाहे तो देश को बुलंदियों तक पहुंचा दें.
सफलता का मूल मनुष्य की इच्छाशक्ति में समाहित होता है। समुद्र से मिलने की प्रबल अकांशु करने वाली नदी की भांति वह मनुष्य भी अपनी सफलता के लिए माल निकाल लेता है,
“बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, सबसे आगे सोचो, विचारों पर किसी का भी एकाधिकार नहीं है। – धीरूभाई अंबानी / Dhirubhai Ambani
हमारे आस-पास कई नई चीजें हैं। बस हम उन्हें देख
लॉकडाउन के समय जब सबकुछ थम गया है स्टूडेंट्स के पास यह अच्छा मौका है अपनी स्किल्स को रिकवर करने का। तो आइये हम आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ टिप्स जिससे आप बिना बो
1. ऑनलाइन क्लासेस में क्लास रूम की तरह पढ़ाई संभव नहीं है। जिस प्रकार क्लास रूम में डाउट क्लियर होते हैं। ऑनलाइन संभव नहीं है।
इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण बच्चों की क्लासेस online चल रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई निरंतर चलती रहे औ र को रोना के नियमों का पालन भी होता रहे । क्लासेज के माध्यम से माता
आजकल नौकरी का मतलब है कि आप मानसिक तौर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं के इस दौर में इंटरव्यू की भूमिका अहम होती है। इंटर
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