डिजिटल युग में सफलता के उपयोगी टिप्स (Success Tips in Digital Age)
ईश्वर ने जब सृष्टि की रचना की थी तब विभिन्न प्राकृतिक संरचनाओं के साथ-साथ प्राणियों की उत्पत्ति भी की। इनमें से एक प्राणी-मानव है, जिसमें अन्य प्रणियों से अधिक विशेषताएं हैं। मानव के पास विवेक व बुद्धि है, जिसके सहारे वह पृथ्वी को भी जीतकर आकाश व ग्रहों-उपग्रहों पर अपना परचम लहरा रहा है। ईश्वर ने मनुष्य को अपार ऊर्जा प्रदान की है। इस ऊर्जा का सकारात्मक सोच से विकास करने से व्यक्ति की ऊर्जा निरंतर बढ़ती रहती है और उसकी आत्मिक, शारीरिक और मानसिक प्रगति भी होती रहती है।
इस दुनिया मे सभी मनुष्यों मे कुछ अलग हो काबलियत या ज्ञान छिपा हुआ है। Success is not poverty-rich, but ability लेकिन वह उस ज्ञान को बाहर नही आने देता सिर्फ इसी कारण से कि वह कार्य उसके लिए नही बना है। या उसकी मानसिकता ऐसी बन जाती है कि वह सोचता है कि यह कार्य सिर्फ पैसे वाले ही कर सकते है। जिस कारण वह पिछड़ जाता है। लेकिन दोस्तों एक बात हमेशा याद रखना कि कि जितने भी सफल लोग हुए है वह सभी अनेकों कष्टों से होकर गुजरे है। उनके पास हर तरह की तंगी थी और उनके जो था वह था हौसला और उम्मीद। अपनी उम्मीद को बरकरार रखिए सफलता आपके साथ होगी।
क्या आप अपने करियर के सबसे महत्वपूर्ण काम को नजरअंदाज कर रहे हैं? क्या हर बार करियर का मूल्यांकन करने पर पाते हैं कि आप अपने सपनों के साथ समझौता कर रहे हैं? अगर हां, तो जान लें कि आप डिजिटल युग के शिकार हो गए हैं. इसके चलते करियर की प्लानिंग चुनौती बन जाती है. जहां आप प्रोजेक्टों को समय से पूरा करने में व्यस्त रहते हैं, बेहतरीन मौके हाथ से निकल जाते हैं.
करियर में आप सही दिशा में तभी चलते हैं जब आपको बिल्कुल साफ पता होता है कि आपको क्या करना है. एक से दूसरा पड़ाव तय करते हुए आपका सफर बनता है. इससे आप खुद के करियर की कहानी बनाते हैं. ये सफरनामा कैसे बनता है और आप कैसे इसे बताते हैं, यहां जानते हैं.
सफल होने के कर्इ रास्ते हैं. निर्भर यह करता है कि आप किस रास्ते को चुनते हैं. इसमें यह बात भी मायने रखती है कि वह रास्ता आपके लिए कितना उपयुक्त है. लेकिन, सफल लोगों में एक बात समान होती है. वे कुछ खास आदतें विकसित कर लेते हैं, जिन्हें हर रोज दोहराते हैं. फिर परिस्थितियां कुछ भी हों. ये आदतें आपके लिए सफलता के दरवाजे खोल देती हैं.
1. मानसिक ऊर्जा बढ़ाएं
क्या आपके पास असीमित इच्छाशक्ति या मानसिक ऊर्जा नहीं है? क्या कम समय में ज्यादा फैसले लेने से आपकी निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है? आपने स्टीव जॉब्स को देखा होगा. वह रोजाना गोल गले की टी-शर्ट और नीली जीन्स पहना करते थे. इस प्रकार महत्वपूर्ण चीजों के लिए वह ऊर्जा बचा लेते थे. छोटे सकारात्मक लक्ष्य बनाएं. उन पर एक महीने तक चलें. इन्हें अपनी आदत में शुमार होने दें. किसी एक बड़ी सफलता से ज्यादा अधिक मानसिक बल छोटी-छोटी कई सफलताओं से मिलता है.
2. जानकारी को बढ़ाते रहें
ज्ञान और कौशल ऐसे हथियार हैं जो कमार्इ के साथ करियर के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करते हैं. इसलिए अपने ज्ञान को लगातार बढ़ाते रहना चाहिए. इस काम को प्राथमिकता के साथ करना चाहिए. ऐसा करने के लिए पहले आपको तैयार होना पड़ेगा. आलोचना होने पर उसे स्वीकार करना होगा. साथ ही हर एक मिलने वाले व्यक्ति से कुछ सीखने की कोशिश करनी होगी. रोजाना पढ़ने की आदत विकसित करें. हर दिन अपने काम की समीक्षा करें.
3. सही खान-पान और नियमित व्यायाम जरूरी
किसी भी काम को पूरा करने में ऊर्जा की जरूरत होती है. इसलिए आपके पास जितनी अधिक ऊर्जा होगी, उतना ही काम आप कर सकेंगे. सही खान-पान और नियमित रूप से व्यायाम करके ऊर्जा के स्तर को बढ़ाएं. परिवार, दोस्तों और अपने शौक की चीजें करें. इससे आप अपनी भावनात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकेंगे.
4. अच्छा व्यवहार जरूरी
अच्छा व्यवहार बीमा पॉलिसी की तरह होता है. यह आपको करियर में आगे बढ़ाता है और किसी संस्थान में बनाए रखने में मदद करता है. किसी संस्थान के लिए अगर आप खासा अहमियत रखते हैं तो आपके काफी नाज-नखरे उठाए जाते हैं. दूसरों से गलत तरीके से पेश आने पर भी गलती को नजरअंदाज किया जाता है. लेकिन, यह तभी तक होता है जब तक कोर्इ और बेहतर व्यक्ति आप की जगह लेने के लिए तैयार नहीं हो जाता है. अगर वह व्यवहार कुशल है तो जल्दी ही आप की जगह चली जाती है.
5. जीवन का मकसद जानें
जीवन का मकसद खोजना बहुत जरूरी है. यह आपको उत्साहित रखता है. स्टैनफोर्ड मार्शमैलो के प्रयोग से साबित हुआ है कि जो लोग जल्दी संतुष्ट नहीं होते हैं, वे जीवन में बेहतर करते हैं. वे बड़े लक्ष्य को पाने के लिए छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं. अपनी आय से बड़ा उद्देश्य रखें. यह आपको तेजी से प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा.
6. सवाल पूछने में न हिचकिचाएं
दूसरों के साथ बातचीत करने में झिझक होती है तो इस पर काम करें. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कम बोलते हैं या बहुत बातूनी हैं. जब आप कोर्इ बात नहीं समझ पाते हैं तो सवाल जरूर करें. मार्गदर्शन के लिए अपने मैनेजर का धन्यवाद करना नहीं भूलें. अपने काम को बेचने का हुनर आपको आना चाहिए. जब कोई आपसे बात करे तो उसकी बात धैर्यपूर्वक सुननी चाहिए.
7. काम और परिवार को अलग-अलग रखें
आपका जीवन बहु-आयामी होता है. लेकिन, सफल होने के लिए आपको हर पल को जीना चाहिए. परिवार और काम को अलग-अलग रखें. अपनी निराशा को एक से दूसरे में न ले जाएं. इसी प्रकार दोस्तों और सहयोगियों के बीच अंतर रखें. उनसे अलग-अलग व्यवहार करें. आफिस के समय निजी काम न करें. जिम्मेदारी लेने से बिल्कुल नहीं कतराएं.
8. सही दिशा में काम करें
अगर आपने कड़ी मेहनत करने का फैसला कर लिया है तो सवाल उठता है कि आप कब और कहां इसे करेंगे? निरंतर सीखने और विकास के लिए सही जगह की तलाश करें. मौका मिलने पर सही जगह और समय पर काम करने का प्रयास करें.
9. तय वक्त से 15 मिनट पहले पहुंचें
आफिस में काम पर या मीटिंग में 15 मिनट पहले पहुंचने का अभ्यास करें. यह न केवल अचानक आने वाली स्थितियों से निपटने में आपकी मदद करता है, बल्कि आपके दिमाग को सही दिशा में भी रखता है. ये 15 मिनट जादू की छड़ी से कम नहीं होते हैं. इसकी मदद से आप दूसरों पर शानदार प्रभाव डाल पाते हैं.
10. अपनी जरूरतों को प्राथमिकता दें
आप सबसे पहले अपनी जिम्मेदारी हैं. इसलिए अपने भविष्य को देखते हुए अपनी जरूरतों को प्राथमिकता दें. उन कार्यों को परिभाषित करें जिन्हें आपको करना है. इन्हें आदत में शुमार करें. एक बार जब आप अपनी मदद करने की जिम्मेदारी ले लेते हैं, तो दूसरों के लिए भी उपलब्ध हो जाते हैं.
11. लम्हों को जिएं
यह काम तब और आसान हो जाता है जब आप हर एक लम्हे को जीते हैं. खुद-ब-खुद इसमें जान आ जाती है. करियर में प्रगति या मौजूदा भूमिका में सफलता हासिल करने के लिए आपको चार बातों पर महारत हासिल करना जरूरी है.
सबसे पहले सफल होने के लिए जरूरी स्किल सेट की जानकारी जरूरी है. दूसरा, उन क्षमताओं के जरिए नतीजे लाना आना चाहिए. तीसरा, अपनी सफलता और योगदान के बारे में प्रचार करें और दूसरों को समय-समय पर बताते रहें. चौथा, यह भी जानें कि आपके काम को कैसे परखा जाएगा.
12. पहचान केवल पद तक सीमित न हो
अपने आप को प्रेरित करने और करियर में बड़े निर्णय लेने के लिए खुद से आप क्या कहते हैं? वेतन पाने के अलावा आपका करियर आपको पहचान देता है. यह आपको काम करने के लिए उत्साहित करता है. अन्य पेशेवरों से जुड़े रहने में मदद करता है. अपने योगदान से आप अपनी मौजूदगी को महसूस करते हैं.
करियर का रास्ता वह चुनें जो आपको अधिक जवाबदेही और जिम्मेदारी के जरिए आजादी देता हो. अपनी पहचान को केवल पद तक सीमित न रखें. यह इस तरह की होनी चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों के जीवन पर असर पड़े.
13. छोटी-छोटी कहानियों को जोड़कर सुधार करें।
अपने लिए कम से कम तीन वाक्यों की छोटी कहानी जरूर तैयार करें. आपका करियर आज तक बिल्कुल सीधे रास्ते पर नहीं रहा होगा. इसमें उतार-चढ़ाव जरूर रहे होंगे. आपस में उन कड़ियों को जोड़ें.
अब, उदाहरणों के जरिए इस छोटी कहानी को विस्तार देना शुरू करें. कहानी में दिलचस्पी तभी बढ़ती है जब वह जुड़ी होती है. इसलिए हर एक घटना का दूसरी से जुड़ा होना जरूरी है. प्रसंग और स्थितियां भी महत्वपूर्ण होती हैं.
14. अपने प्रतिष्ठा की रक्षा और निर्माण करें: “याद रखें कि आप कौन हैं” – दुनिया के लिए संदेश है। इसलिए अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा करें और हर कार्य को सोच-समझ कर करें।