विद्यर्थियों में एकाग्रता बढ़ाने का कारगर योग (Yoga to increase concentration in Students)
आधुनिक जीवन की इसी भागदौड़ की समस्या का समाधान योग में छिपा हुआ है। भारत ही नहीं विश्व योग की तरफ आकर्षित हो रहा है। अब विद्यार्थियों को सकारात्मक ऊर्जा देने के लिए ध्यान योग शिविर की शुरुआत करने का निर्णय लिया है।समस्त विद्यार्थियों के लिए ध्यान योग शिविर के संचालन की व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए निर्धारित कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है, ताकि विद्यार्थियों को नियमित रूप से योग से जोड़ा जा सके। इसके लिए योग से जुड़ी संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी।
पांच मिनट के योग से सकरात्मक ऊर्जा : ध्यान योग से मन और मस्तिष्क को विश्राम और नई ऊर्जा मिलती है और खुद को स्वस्थ महसूस करता है।
योग का मतलब सिर्फ आसन या प्राणायाम नहीं है। यह तन के साथ-साथ मन को साधने का भी जरिया है। अगर आप सही तरीके से योग करते हैं तो यह गुस्सा कम करता है, धीरज बढ़ाता है और सकारात्मकता में इजाफा करता है। विद्यार्थियों के लिए यह खासतौर पर फायदेमंद है। इसके नियमित अभ्यास से ध्यान लगाने में मदद मिलती है।
ध्यान (मेडिटेशन)
प्राणायाम के बाद ध्यान लगाएं। ध्यान के लिए घर या पार्क का कोई शांत कोना चुनें। कंधे और गर्दन को आरामदायक स्थिति में रखें और पूरी प्रक्रिया के दौरान आंखें बंद रहनी चाहिए। ध्यान के बाद आंखों को धीरे-धीरे खोलें। बेहतर है कि सुबह और शाम दोनों वक्त 20-20 मिनट के लिए ध्यान किया जाए, लेकिन कम समय के लिए भी ध्यान में बैठा जा सकता है।
ऐसे लगाएं ध्यान
सुखासन में बैठ जाएं। आंखें बंद कर लें और चेहरे पर मुस्कान बनाए रखें। लंबी गहरी सांस लें और जाने दें। तीन बार ओम का जाप करें। फिर ध्यान में उतर जाएं। इसके लिए बस अपनी सांसों पर ध्यान लगाना है। आती-जाती सांसों पर अपने मन को ले जाएं।
मन में जो विचार आ रहे हैं, उन्हें आने दें, रोकें नहीं। विचार आएंगे और खुद चले जाएंगे। कुछ देर के लिए मन खाली होगा, फिर विचार आएंगे और चले जाएंगे। 20 मिनट के बाद जब मन करे, सहजता से आंखें खोल सकते हैं। कुछ दिनों के अभ्सास से धीरे-धीरे अपने आप ही विचार आने कम होने लगेंगे और ध्यान लगने लगेगा।